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ट्रंप ने की कोट्स की रवानगी की घोषणा, रैटक्लिफ के कमान संभालने की संभावना

अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने रविवार को घोषणा की कि अमेरिका के खुफिया विभाग के प्रमुख डैन कोट्स 15 अगस्त को अपना पद छोड़ देंगे।

अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने रविवार को घोषणा की कि अमेरिका के खुफिया विभाग के प्रमुख डैन कोट्स 15 अगस्त को अपना पद छोड़ देंगे। एक के बाद एक हो रहे इस्तीफों से त्रस्त ट्रंप प्रशासन से यह नई हाई प्रोफाइल रवानगी है। ट्रंप ने ट्वीट कर बताया कि वह टेक्सास के प्रतिनिधि जॉन रैटक्लिफ को नामित करने का विचार कर रहे हैं । 
अगर रैटक्लिफ के नाम की पुष्टि होती है तो ट्रंप को ऐसा खुफिया प्रमुख मिल जाएगा जो उनके विचारों से काफी हद तक सहमत होगा। नेशनल इंटेलिजेंस के निदेशक के तौर पर कोट्स के कार्यकाल के दौरान उनके और ट्रंप के बीच नियमित तौर पर मतभेद देखने को मिलते रहे और कई बार ऐसा लगा कि उनका प्रशासन कोट्स को अंधेरे में रखने की कोशिश करता है लेकिन कोट्स अस्थिर राष्ट्रपति से सीधे टकराने से बचते रहे।
ट्रंप ने ट्वीट कर बताया कि वह टेक्सास के प्रतिनिधि जॉन रैटक्लिफ को नामित करने का विचार कर रहे हैं जो सीआईए, एनएसए और अन्य अमेरिकी खुफिया एजेंसियों का काम देखेंगे एवं उनके साथ समन्वय करेंगे। रैटक्लिफ सदन की खुफिया, न्यायपालिका एवं गृह सुरक्षा पर बनी समितियों के सदस्य हैं। 
ट्रंप ने लिखा, “अमेरिका के पूर्व अटॉर्नी, जॉन उस देश का नेतृत्व करेंगे एवं उसे महान बनाएंगे जिससे वह प्रेम करते हैं।” साथ ही अपने ट्वीट में उन्होंने कोट्स की सेवाओं के लिए उनको भी धन्यवाद दिया। अगर रैटक्लिफ के नाम की पुष्टि होती है तो ट्रंप को ऐसा खुफिया प्रमुख मिल जाएगा जो उनके विचारों से काफी हद तक सहमत होगा। 
संसद में वह ट्रंप के कट्टर समर्थक तथा राष्ट्रपति के दो विरोधियों-एफबीआई के पूर्व प्रमुख जेम्स कोमी और विशेष अभियोजक रॉबर्ट मुलर के आलोचक रहे हैं। साथ ही रैटक्लिफ ने कई और मोर्चों पर ट्रंप का साथ दिया है। उन्होंने 2016 के राष्ट्रपति चुनाव में रूसी हस्तक्षेप की बात से इनकार किया, ट्रंप के उस कथन का समर्थन किया कि चुनाव प्रचार की अदालत द्वारा स्वीकृत निगरानी के कारण जासूसी हुई और ईरान पर उनकी युद्धकारी नीति का समर्थन किया। 
चुनाव में रूसी हस्तक्षेप उन कई मुद्दों में शुमार था जिस पर कोट्स ट्रंप के साथ असहमत रहे। कोट्स ने अमेरिकी खुफिया समुदाय के निष्कर्ष का समर्थन किया कि रूस ने 2016 के चुनाव में हस्तक्षेप किया जिसमें ट्रंप को जीत मिली थी। साथ ही खुफिया प्रमुख ने रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन के साथ जुलाई 2018 में दो घंटे तक बंद दरवाजे के पीछे बातचीत करने के ट्रंप के फैसले पर असहमति जताई थी। 
उन्होंने इस मुलाकात के बारे में उन्हें किसी तरह की जानकारी उपलब्ध नहीं कराए जाने की बात भी कही थी। इसके अलावा कोट्स ने ‘वर्ल्डवाइड थ्रेट एसेसमेंट’ रिपोर्ट में यह भी कहा था कि उत्तर कोरिया अपने परमाणु हथियार नहीं खत्म करेगा। हालांकि ट्रंप ने कहा था कि किम जोंग उन ऐसा करने के लिए तैयार हैं। 
साथ ही इस रिपोर्ट में आगाह किया गया था कि इराक और सीरिया में इस्लामिक स्टेट समूह को पूरी तरह नहीं उखाड़ फेंका जा सका है और अमेरिकी बलों को हटा लेने के चलते वह आसानी से फिर उठ खड़ा हो सकता है। रक्षा मंत्री जिम मैटिस, गृह सुरक्षा विभाग की प्रमुख कर्स्टजन नीलसन, चीफ ऑफ स्टाफ डॉन कैली और शीर्ष राजनयिक रेक्स टिलरसन समेत ट्रंप प्रशासन के शीर्ष अधिकारियों की रुखस्तगी की लंबी फेहरिस्त में अब कोट्स का नाम भी जुड़ गया है। 

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